यूपी पॉलिटेक्निक के मेरठ जिले से खबर आ रही है की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बाद अप पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 50% से अधिक कोर्स में प्रवेश की सुविधा के बावजूद मेरठ में प्रवेश लेने वाले छात्र छात्रा नहीं मिल रहे है। गवर्नमेंट तथा एडिट कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्रों की स्थिति अच्छी है लेकिन प्राइवेट कालेजों में 50% सीटें भी नहीं भर पाई हैं। 9 चरण की काउंसलिंग होने के बावजूद भी प्राइवेट कॉलेजों का हाल बुरा है।
अगर बात करें मेरठ में कुल पॉलिटेक्निक कॉलेजों की तो 2 गवर्नमेंट कॉलेज, एक एडेड कॉलेज तथा 92 प्राइवेट कॉलेज हैं। 50 से अधिक कोर्स हैं, कुल 15000 से ज्यादा सीटें हैं लेकिन 7000 सीटों पर भी प्रवेश नहीं हुआ।
अगर पूरे उत्तर प्रदेश में पॉलिटेक्निक का हाल देखे तो कुछ ऐसा ही रहा पूरे उत्तर प्रदेश में
आपको बता दें कि सन 2014 15 में यूपी में 458 कुल कॉलेज थे जिसमें कुल सीटें 129915 सीटें थी। उस समय यूपी पॉलिटेक्निक में 74 परसेंट सीटें भर पा रही थी जिसमें से 78 परसेंट सरकारी और 98 परसेंट एडिट कॉलेज थे।
अगर इस समय की बात करी तो सन 2019-20 में 1325 कुल कॉलेज हो गए हैं जिनमें कुल 243279 सीटें थी, सन 2019-20 मई 59% सीटों पर एडमिशन हुआ था।
अब तक काउंसलिंग चल रही है जून-जुलाई में छात्र प्रवेश का मन बना लेते हैं नवंबर तक छात्र प्रवेश का इंतजार नहीं करता। काउंसलिंग ऑनलाइन होती है छात्र प्रक्रिया से अनभिज्ञ है वह चॉइस लॉक तो कर देता है लेकिन प्रवेश नहीं ले पाता प्रक्रिया के चलते सीटें खाली बनी हुई है।
डॉ. वीरेंद्र आर्य