UP Board Exam 2026: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने 2026 में होने वाली हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इस बार बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया में कई बड़े और महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
यह नई नीति न केवल परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ाएगी, बल्कि नकल पर भी और सख्ती से लगाम कसेगी। इस साल 52 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, इसलिए इन बदलावों को समझना बेहद जरूरी है ।
अब कंप्यूटर तय करेगा आपका एग्जाम सेंटर
सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब परीक्षा केंद्रों का निर्धारण पूरी तरह से एक डिजिटल और कंप्यूटर-आधारित प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। स्कूलों के बुनियादी ढांचे और उनकी भौगोलिक जानकारी के आधार पर कंप्यूटर खुद सेंटरों का चयन करेगा।
इस नीति के तहत, परीक्षा केंद्र छात्रों के स्कूल से 7 से 15 किलोमीटर के दायरे में ही बनाए जाएंगे, ताकि उन्हें ज्यादा दूर न जाना पड़े। परीक्षा केंद्र तय करने की यह प्रक्रिया 10 नवंबर से शुरू होकर 30 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएगी ।
सेंटरों की क्षमता बढ़ी, इन स्कूलों को मिलेगी प्राथमिकता
इस बार परीक्षा केंद्रों पर छात्रों की क्षमता भी बढ़ाई गई है। पहले एक केंद्र पर अधिकतम 2000 छात्र परीक्षा दे सकते थे, लेकिन अब यह सीमा बढ़ाकर 2200 कर दी गई है। जिन स्कूलों में प्रयोगशाला (लैब) और सीसीटीवी सिस्टम की अच्छी व्यवस्था होगी, उन्हें परीक्षा केंद्र बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके अलावा, जिन स्कूलों की छात्र धारण क्षमता अधिक होगी, उन्हें सेंटर बनने के लिए ज्यादा अंक मिलेंगे। एक और खास बात यह है कि पहली बार उन स्कूलों को 10 अतिरिक्त अंक दिए जा रहे हैं, जहाँ छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाती है ।
प्रश्नपत्रों की सुरक्षा होगी और भी कड़ी
पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए बोर्ड ने प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को लेकर भी सख्त कदम उठाए हैं। अब परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों को सुरक्षित रखने के लिए तीन की जगह चार डबल-लॉक वाली अलमारियाँ दी जाएंगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रश्नपत्र पूरी तरह से सुरक्षित रहें और परीक्षा की पवित्रता बनी रहे ।
52 लाख से ज्यादा छात्र देंगे परीक्षा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 2026 में 52 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। इस साल एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है, जहाँ इंटरमीडिएट (12वीं) के छात्रों की संख्या में लगभग 2.25 लाख की कमी आई है, वहीं हाई स्कूल (10वीं) में पंजीकरण कराने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं संभवतः फरवरी-मार्च 2026 में आयोजित की जाएंगी ।



