लखनऊ स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने अपने सभी संबद्ध कॉलेजों को एक सख्त चेतावनी जारी की है। विश्वविद्यालय ने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह से संबंधित जानकारी तत्काल जमा करने का आदेश दिया है, और इसमें किसी भी तरह की देरी न करने को कहा है।
क्या है विश्वविद्यालय का नया आदेश?
विश्वविद्यालय द्वारा जारी आधिकारिक पत्र के अनुसार, सभी संबद्ध संस्थानों को यह निर्देश दिया गया है कि वे भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित किए गए कार्यक्रमों की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराएं। इस जानकारी में कार्यक्रमों के फोटोग्राफ (photographs) और वीडियो (videos) को शामिल करना अनिवार्य है।
सभी संस्थानों को यह डेटा विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए एक विशेष लिंक पर अपलोड करना होगा। जानकारी अपलोड करने के लिए लिंक है: https://shorturl.at/Nt5JT। यह सभी संबद्ध संस्थानों के लिए एक आवश्यक कार्यवाही है।
क्यों जारी किया गया यह निर्देश?
यह निर्देश कोई पहली सूचना नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय द्वारा भेजे गए कई पत्रों की श्रृंखला में एक सख्त अनुस्मारक (reminder) है। विश्वविद्यालय इस संबंध में दिसंबर 2024 से लगातार पत्राचार कर रहा है और एक दर्जन से अधिक बार सूचना देने के लिए कह चुका है। विश्वविद्यालय ने 18 दिसंबर 2024, 15 जनवरी 2025, 25 मार्च 2025, 12 जून 2025, और 26 अगस्त 2025 समेत कई पत्र पहले ही जारी कर चुका है। यह दिखाता है कि विश्वविद्यालय इस जानकारी को संकलित करने के लिए कितना गंभीर है और अब और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आधिकारिक पत्र की मुख्य बातें
विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए पत्र के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- विश्वविद्यालय का नाम: डॉ० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
- पत्रांक: ए0के0टी0यू0 / कु0स0का0 / 2025 / 8318
- दिनांक: 06 अक्टूबर, 2025
- विषय: भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म शताब्दी वर्ष मनाये गये कार्यक्रम की सूचना उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।
- अधिकारी: डॉ० आर० के० सिंह (उप कुलसचिव)

निष्कर्ष
संक्षेप में, एकेटीयू (AKTU) ने अपने सभी संबद्ध कॉलेजों को अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी समारोह से जुड़े कार्यक्रमों के फोटो और वीडियो को दिए गए विश्वविद्यालय के लिंक पर तत्काल अपलोड करने का सख्त निर्देश दिया है। कॉलेजों के लिए इस निर्देश का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि विश्वविद्यालय के पास सभी कार्यक्रमों का एक समग्र रिकॉर्ड संकलित हो सके।




